Friday 7 May 2021

🌿 आपन-आपन भाग 🌿

पाहुर बांटने निकली नाऊन का गांव की ही एक स्त्री से वार्तालाप... 


कँहवां बाड़ू ऐ भौजी...!!!

के बा हो, हेन्ने आवऽ हेन्ने...

राम-राम भौजी, लऽ आपन पाहुर पकड़ऽ, पंडिताईन के पतोहिया का गवना आईल बा। 

का हो बीबी, कइसन बा पतोहिया..?? 

एकदम तोहरा परछाईं बिया भौजी। अइसने छोट-छोट आंख, इहे तोता अस नाक अउर अइसने पातर-पातर ओठ... 

चलऽ चलऽ, लागत बा केहु मिलल नइखे सबेरा से। बुढ़ाई दाईं तोहू के मजाक सूझल ह... 

नांही भौजी, तोहार किरिया। देखे-सुने में तोहरे छपा उतार ह। पंडिताईन के त भाग खुल गईल, अइसन सुघ्घर पतोहू पाय के। 

अरे बस करऽ बीबी, पंडिताईन के भाग खुलल के उ लइकिया(पतोहिया) के भाग फूट गईल। 

सांच कहत बाड़ू भौजी, ऐक्के कुलबोरना बा पंडिताईन क बेटवा। दुनिया में अइसन कउनो नीच काम नईखे, जउन उ सढ़वा न कईले होय। तब्बो ई फूल जईसन लईकी रहल भाग में। 

भगवान करै पतोहिया के भाग से ओकरो दिमाग पलट जाए। 

ठीके कहत बाड़ू ऐ भौजी... चलीं, अबहीं त आधा गांव बाकी बा पाहुर बाटे के। राम-राम... 


आपन = अपना

भाग = भाग्य 

नाऊन = गांव की ही स्त्री जो किसी के घर शुभ अवसर की मिठाइयां आस-पड़ोस में बांटती है। 

बाड़ू = हो। 

हेन्ने = यहां 

पाहुर = भेंट की जाने वाली कई प्रकार की मिठाइयाँ जैसे माठ, खाझा इत्यादि 

पतोहिया = बहू / पुत्रवधू 

गवना = कम उम्र में शादी के उपरांत कुछ वर्षों तक मायके में रहने के बाद लड़की का ससुराल लौटना।

किरिया = कसम

छपा उतार = प्रतिछाया

बीबी = ननदों को किया जाने वाला एक प्रकार का संबोधन।

कुलबोरना = कुल की प्रतिष्ठा डुबाने वाला

नईखे = नहीं

सढ़वा = सांड


✍️✍️ प्रियन श्री ✍️✍️

2 comments:

  1. Vah vah Priyan G vah..chha gyi nipta di aap ..chauchak likhi hai ek dm mja aai gva hai

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    1. बहुत - बहुत शुक्रिया 🙏

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